निःशस्त्र अहिंसा की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वश्रेष्ठ होगी।

Top News


समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : स्नातक जापानी भाषा (प्रथम, तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर)

समय-सारणी (सत्र : 2023-24) : स्नातक स्पेनिश भाषा (प्रथम, तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर)

समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : स्नातक चीनी भाषा (प्रथम, तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर)

समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : स्नातक कार्यक्रम उर्दू भाषा

समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : भाषा प्रौद्योगिकी एवं भाषा अभियांत्रिकी विभाग



विश्वविद्यालय में आयोजित हिंदी पखवाड़ा प्रतियोगिता के संबंध में।



बौद्ध अध्ययन केंद्र से संचालित एच्छिक पाठ्यचर्या के संबंध में।



भारत सरकार के ‘स्वच्छता ही सेवा 2024’ योजना के अंतर्गत दिनांक 17 से 30 सितंबर 2024 तक कार्यक्रमों एवं गतिविधियों का आयोजन करने हेतु समितियों का गठन।



अभिविन्यास कार्यक्रम (Library Orientation Program) के संबंध में।



संशोधित समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : दलित एवं जनजातीय अध्ययन केंद्र

संशोधित समय-सारणी : फिल्म अध्ययन विभाग, प्रयागराज अध्ययन केंद्र



चीनी भाषा विषय के पी-एच.डी. शोधार्थियों की DRMC की बैठक के संबंध में।



कोलंबो में ‘मेरी मुनिया’ नाटक की सफल प्रस्‍तुति

अंतरराष्‍ट्रीय कार्यशाला में जापानी भाषा, संस्‍कृति पर हुई चर्चा



हिंदी विश्वविद्यालय में स्वच्छता ही सेवा के अंतर्गत ली स्वच्छता की शपथ



अकादमिक सत्र : 2024-25 में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एन.सी.सी.) प्रवेश के संबंध में।



पी-एच.डी. शोधार्थी श्री दिनेश पटेल (सत्र : 2018-19) की खुली मौखिकी के संबंध में।



अकादमिक सत्र : 2024-25 में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एन.सी.सी.) प्रवेश के संबंध में।



समेकित समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : स्नातक फ्रांसीसी (प्रथम, तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर)



गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के संबंध में।

गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में आवेदन हेतु यहाँ क्लिक करें



हिंदी के अनन्य सेवक थे गांधी - बनवारीलाल पुरोहित

हिंदी विवि में स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत स्वच्छता पर किया मार्गदर्शन



भाषाविज्ञान विभाग के पी-एच.डी. शोधार्थी श्री ब्रेसिल नागॉड वितान की खुली मौखिकी के संबंध में।



नवप्रवेशित छात्राओं (परास्नातक) की लक्ष्मीबाई केलकर महिला छात्रावास में आवंटन की द्वितीय सूची

नवप्रवेशित छात्राओं (स्नातक) की सावित्रीबाई फुले महिला छात्रावास में आवंटन की प्रथम सूची

नवप्रवेशित छात्रों (स्नातक) की सुखदेव छात्रावास में आवंटन की प्रथम सूची



समय-सारणी : हिंदी साहित्य विभाग



हिंदी विश्‍वविद्यालय का थाईलैंड के नाखोत राजभट विश्‍वविद्यालय के बीच हुआ समझौता ज्ञापन



विश्‍वविद्यालय में नामित जेंडर चैम्पियन का सत्र 2023-24 के अवधि विस्तार किए जाने के संबंध में।



अकादमिक सत्र 2024-25 में प्रवेशित विद्यार्थियों की प्रथम, तृतीय, पंचम एवं सप्तम सेमेस्टर की नियमित कक्षाएँ दिनांक 17 सितंबर, 2024 से आरंभ होगी।



समय-सारणी (सत्र : 2024-25) क्षेत्रीय केंद्र, प्रयागराज : एम.ए.अनुवाद अध्‍ययन एवं अनुवाद में पी.जी.डिप्‍लोमा



समय-सारणी (सत्र : 2024-25) संशोधित : दर्शन एवं संस्कृति विभाग, संस्‍कृति विद्यापीठ



स्‍वामी विवेकानंद ने सहिष्‍णुता, भाईचारा स्‍थापित करने का कार्य किया : प्रो. सिंह



प्रवजन प्रमाण-पत्र (माइग्रेशन) अकादमिक कार्यालय (प्रवेश प्रकोष्ठ) में जमा करने के संबंध में।



समय-सारणी : वर्धा समाज कार्य संस्थान

समय-सारणी : परास्नातक, गांधी एवं शांति अध्‍ययन विभाग



हिंदी साहित्‍य विभाग के पी-एच.डी. शोधार्थियों की विभागीय शोध मॉनीटरिंग समिति (DRMC) की बैठक के संबंध में।



अन्‍य भाषाओं के साथ संवादरत रहने की है जरूरत : प्रो. कृष्ण कुमार सिंह



एम.ए. नाट्यकलाशास्त्र (सत्र : 2022-24) तृतीय सेमेस्टर (संशोधित)
बी.एस.डब्ल्यू. (सत्र : 2021-24) चतुर्थ सेमेस्टर (पूरक)
एम.बी.ए. (सत्र : 2023-25) द्वितीय सेमेस्टर
चार वर्षीय स्नातक प्रबंधन (सत्र : 2023-27) द्वितीय सेमेस्टर
एम.ए. समाजशास्त्र (सत्र : 2022-24) चतुर्थ एवं सकल सेमेस्टर
बी.ए. सामान्य (सत्र : 2020-23) तृतीय एवं सकल सेमेस्टर (पूरक)
एम.एस.डब्ल्यू. (सत्र : 2022-24) चतुर्थ एवं सकल सेमेस्टर
एम.एस.डब्ल्यू. (सत्र : 2022-24) तृतीय सेमेस्टर (पूरक)
एम.एस.डब्ल्यू. (सत्र : 2022-24) द्वितीय सेमेस्टर (पूरक)
बी.एस.डब्ल्यू. (सत्र : 2018-21) तृतीय एवं सकल सेमेस्टर (पूरक)
संशोधित : बी.एड. (सत्र : 2022-24) चतुर्थ एवं सकल सेमेस्टर
एम.ए. समाजशास्त्र (सत्र : 2022-24) द्वितीय सेमेस्टर (पूरक)
एम.ए. समाजशास्त्र (सत्र : 2022-24) तृतीय सेमेस्टर (पूरक)
एम.ए. समाजशास्त्र (सत्र : 2022-24) प्रथम सेमेस्टर (पूरक)
एम.बी.ए. (सत्र : 2022-24) द्वितीय सेमेस्टर (पूरक)
एम.ए. राजनीति विज्ञान (सत्र : 2022-24) द्वितीय सेमेस्टर (पूरक)
एम.ए. राजनीति विज्ञान (सत्र : 2022-24) तृतीय सेमेस्टर (पूरक)
बी.ए. फ्रेंच भाषा (आनर्स) (सत्र : 2018-21) चतुर्थ एवं सकल सेमेस्टर



चक्रधर स्वामी लोकतांत्रिक समाज की स्थापना में अग्रणी थे : प्रो. कृष्ण कुमार सिंह



समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : अनुवाद अध्ययन विभाग, अनुवाद एवं निर्वचन विद्यापीठ

समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : भाषाविज्ञान विभाग, भाषा विद्यापीठ

समय-सारणी (सत्र : 2024-25) : मनोविज्ञान विभाग, शिक्षा विद्यापीठ



वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु आकस्मिक राशि के संबंध में।



विश्वविद्यालय में वर्ष 2024 हेतु राजपत्रित एवं वैकल्पिक अवकाश संबंधी परिपत्र।


हिंदी शिक्षण अधिगम केंद्र

निदेशक का संदेश

विश्वविद्यालय में हिंदी शिक्षण अधिगम केंद्र की स्थापना हिंदी को अधिकाधिक उपयोगी एवं प्रासंगिक बनाने और उसके संवर्धन व विकास हेतु विविध आयामी कार्यक्रमों तथा उपक्रमों को संचालित करने के लिए की गई है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय भाषा के साथ ही अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में हिंदी की भूमिका को प्रकाशित करने एवं प्रवासी भारतीयों के बीच अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में हिंदी को विकसित करना भी है। संसार के प्रत्येक भू-भाग में रहने वाले भारतवंशी अपनी साझी विरासत की भाषा के रूप में हिंदी के महत्व को स्वीकार करते हुए उसे उपयुक्त एवं प्रासंगिक बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प हो सकें, केंद्र इस दिशा में भी सार्थक प्रयास हेतु संकल्पबद्ध है।

भारत के लिए हिंदी मात्र एक भाषा न होकर उसकी अस्मिता की पहचान है, जड़ों से जुड़ने की सार्थक कोशिश है। हिंदी भाषा के प्रति देश में अनन्य आकर्षण है। विविध-आयामी संस्थाओं, विद्यालयों, परिषदों, आयोगों, संघों, धार्मिक प्रतिष्ठानों, न्यायालयों, अस्पतालों आदि में हिंदी के नियमित प्रयोग को प्रोत्साहन देना हमारा अभीष्ट है। संपूर्ण देश में हिंदी सिनेमा, गीतों-गजलों व भजनों आदि का हिंदी में प्रयोग-उपयोग इसका प्रमाण है।

हिंदी के प्रचार-प्रसार, विकास व सम्मान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हिंदी सेवियों की एक लंबी सूची है, जो संपूर्ण विश्व में हिंदी को समृद्ध करने में लगे हैं। हिंदी को विश्व भाषा बनाने में उन प्रवासी भारतीयों का प्रमुख योगदान है, जो व्यापार अथवा मजदूरी के लिए दूसरे देशों में गये लेकिन जिन्होंने वहाँ अपनी संस्कृति और भाषा को कभी विस्मृत नहीं होने दिया। इसके अतिरिक्त बहुत सारे विदेशी विद्वानों ने भी हिंदी के संवर्धन एवं विकास में अपना बहुमूल्य योग दिया है। अत: इन सभी तथ्यों के आलोक में कार्यक्रमों की योजना बनाना और तदनुसार उसे क्रियान्वित करना केंद्र का लक्ष्य है, जिसे प्राप्त करने हेतु यह निरंतर अग्रसर है।

केंद्र का उद्देश्य

हिंदी शिक्षण अधिगम केंद्र (TLCHS) के उद्देश्‍य निम्‍नलिखित कार्यक्रमों/ योजनाओं का क्रियान्‍वयन करना है-

  • हिंदी शिक्षण के पाठ्यक्रम/ पाठ्यचर्या संरचना/ रूपरेखा के विकास संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण हेतु पाठ्यक्रम संरचना में प्रतिमानात्‍मक बदलाव के आलोक में मूल्‍यांकन पद्धति के विकास संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण में पाठ्यक्रम ढाँचे/ संरचना के विकास के अनुरूप वैकल्पिक शिक्षा वैज्ञानिक अंत:क्षेपों (Pedagogic interventions) को स्‍पष्‍ट करने संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण हेतु शिक्षण-अधिगम सामग्री के विकास संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण के लिए पाठ्य पुस्‍तक/ पुस्तिका के विकास से संबंधित कार्यक्रम।
  • क्षेत्रीय/ प्रादेशिक भाषाओं में/ से मूलपाठ के अनुवाद हेतु कार्यक्रम।
  • हिंदी तथा भाषा वैज्ञानिक शिक्षण से संबंधित शोध के प्रोत्‍साहन हेतु संसाधनों, संदर्भ सेवा, इलेक्‍ट्रानिक डाटाबेस के भण्‍डारण तथा ई-सामग्री के विकास से संबंधित कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण के प्रोत्‍साहन हेतु अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर विश्‍वविद्यालयों, महाविद्यालयों, उच्‍च शिक्षा केंद्रों का संजाल/ समूह विकसित करने संबंधी बहुआयामी कार्यक्रम।
  • हिंदी में पाठ्य पुस्‍तकों के विकास एवं निर्माण संबंधी कार्यक्रम।
  • सृजनात्‍मक लेखन के लिए पाठ्यक्रम निर्माण व विकास संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी एवं कला, हिंदी एवं हिंदी साहित्‍य, हिंदी एवं भारतीय संस्‍कृति के साथ ही अन्‍य विषयों पर शोध संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी में संदर्भ कोश/ पारिभाषिक कोश/ प्रासंगिक कोश के विकास हेतु कार्यक्रम।