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महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा

Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi VishwaVidyalaya,Wardha

(A Central University established by an Act of Parliament in 1997)

पूरा नाम (हिंदी में) फरहद मलिक
 
पूरा नाम (अग्रेजी में) FARHAD MOLLICK
पिता/पति का नाम Dr. Firoze Uddin Mollick
माता का नाम S. Mollick
जन्म तिथि 03/07/1969
पदनाम आचार्य एवं विभागाध्यक्ष
पता/ सम्पर्क

मानवविज्ञान विभाग, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र

07152-230197 (off) 9545418675 (res) farhad.mollick@gmail.com
वेब पृष्ठ http://www.hindivishwa.org/facultyInfo.aspx?empno=1327
विभाग मानवविज्ञान विभाग
वेतन विवरण
शैक्षिक योग्यता

 पी-एच. डी. (मानवविज्ञान)

कैरियर प्रोफाइल

आचार्य, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, 2016 से

सह आचार्य, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, 2013 से

रीडर,  महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, 2010 से 2013 तक

व्याख्याता, गुरु  घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर,  2004 से 2010 तक

प्रशासनिक अनुभव

विभागाध्यक्ष, मानवविज्ञान विभाग

विशेषज्ञता

सामाजिक-सांस्कृतिक मानवविज्ञान

पढाया गया विषय

भारतीय समाज, जनजाति भारत, चिकित्सा मानवविज्ञान, विकासीय मानवविज्ञान, अंतरानुशासनिक अध्ययन

शोध मार्गदर्शक

 

शोध निर्देशन (एम.ए., एम.फिल., पीएचडी)

 

पी-एच.डी. शोध विषय-

  1. मुस्लिम पिछड़ा वर्ग : गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) के मोमिन अंसार की सामाजिक-आर्थिक परिस्थिति – राकेश प्रताप
  2. झारखंड आंदोलन एवं राज्य निर्माण का संथाल जनजाति की संस्कृति पर प्रभाव- मुन्नालाल गुप्ता
  3. छत्तीसगढ़ के संप्रेषण गृह के बाल-अपराधियों का आर्थिक-सामाजिक अनुशीलन : एक मानवशास्त्रीय अध्ययन -शैलेंद्र कुमार
  4. उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जाति पासी में सामाजिक परिवर्तन के विभिन्न आयाम- आशुतोष कुमार
  5. देशज समुदायों का नृ-परिस्थितिकीय अध्ययन (उड़ीसा के खड़िया एवं लोधा के विशेष संदर्भ में)- जय नारायण सिंह
  6. टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बैगा जनजाति में विस्थापन का प्रभाव: एक मानवशास्त्रीय अध्ययन- रामचंद्र साहू 

एम. फिल. शोध विषय-

  1. जनजातियों में स्वास्थ्य की स्थिति एवं उपचार पद्धति पर एक मानववैज्ञानिक अध्ययन- सविता सोनटके
  2. विस्थापित आदिवासी महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर एक मानवशास्त्रीय अध्ययन- अर्चना यदु
  3. आदिवासी समाज पर विस्थापन का प्रभाव : एक मानवशास्त्रीय अध्ययन- रामचन्द्र साहू
  4. परधान जनजाति : सांस्कृतिक विकास की प्रक्रिया एवं सार्वभौमिकता का प्रभाव- जय नारायण सिंह
  5. तुरी जाति की सामाजिक-आर्थिक स्थिति : एक मानवशास्त्रीय अध्ययन- असिम खलखो
  6. राजनीति एवं जाति संबंध- अभिषेक त्रिपाठी
  7. नट जाति की सामाजिक-आर्थिक जीवन : एक मानवशास्त्रीय अध्ययन- विजय कुमार कन्नौजिया
  8. A study on knowledge and practice regarding reproductive health among the Pahadi Korwa- Vidya Devangan
  9. Reproductive health problem among the Birhor Tribe- Asha Singh
  10. बैगा जनजाति की महिलाओं में प्रजनन स्वास्थ्य- प्रियंका लकड़ा
  11. स्वास्थ्य पर सामाजिक-सांस्कृतिक मान्यताएँ (आदिम जनजाति बैगा पर एक अध्ययन)- सुरेन्द्र कुमार
  12. बैगा महिलाओं के स्वास्थ्य का सांस्कृतिक पक्ष- सरिता सरोज
  13. भतरा एवं हल्बा जनजातियों की भौतिक संस्कृति : एक मानवशास्त्रीय अध्ययन (बस्तर के विशेष संदर्भ में)-संजीव कुमार मांजरे
  14. पंडों जनजाति के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रयुक्त की जाने वाली भौतिक-सांस्कृतिक वस्तुएं : एक मानवशास्त्रीय अध्ययन (छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के विशेष संदर्भ में)- कृष्ण कुमार पैकरा
  15. कंवर जनजातीय महिलाओं में प्रसव पूर्व देखभाल का एक मानवशास्त्रीय अध्ययन- आरिफ़ा खातून
  16. 'पनिका' जनजाति की लोक परंपराओं का अध्ययन- मोहन लाल गोयल
  17. पंचायती राज तथा महिलाओं की सामाजिक स्थिति (पहाड़ी कोरवा के विशेष संदर्भ में)
  18. घरेलू महिलाओं की सामाजिक परिस्थिति (झारखंड राज्य के गढ़वा जिले के विशेष संदर्भ में)

एम. ए.  शोध विषय-

  1. प्रकृति एवं मानव का संबंध- गरिमा शर्मा
  2. संथाल ग्राम के बदलते स्वरूप- वृजेन्द्र गायकवाड
  3. संथाल महिलाओं में विकास से होने वाले परिवर्तन- कंवल प्रसाद हंसराज
  4. संथाल जनजातियों में  शिशु का पालन-पोषण- हरनारायण यादव
  5. संथाल आदिवासी समाज में वयोवृद्ध- रूपेश कुंतल एक्का
  6. संथालों का आर्थिक संगठन- अनुश्री दिघ्रसकर
  7. संथालों में जीवन-चक्र- मयंक बाजपेयी
  8. गोण्डों में भोजन संबंधी आदतें-संदीप विश्वास
  9. हल्बा जनजाति के धार्मिक क्रियाकलाप एवं धार्मिक मान्यताएँ- कु. उर्मिला कोयल
  10. Socio-Cultural Determinants of Health with special reference to the Gonds of Gariyaband (Raipur)- Godhuli Verma

 

प्रकाशन वर्णन

प्रकाशनों का विवरण (प्रकाशन, स्‍थान, पृष्‍ठ सहित)

 

i. 1999. Gondwana : Whether Political or Socio- Cultural Reality,   Anthropologist,  1(4): 279-282.

ii. 2000. Displacement and Resettlement : Relocates of Gevra Area, Man & Life, 26 (3&4) : 209-218.

iii. 1999. “Gond Revivalism and Reintegration” in : Behra & Georg Preffer (ed.), ‘Contemporary Society : Tribal Studies’, Concept, New Delhi.

iv. “Co-operative movement among the Gonds” in : A.N. Sharma (ed.) ‘ Tribal Welfare and Development’, Sarup & Sons, New Delhi.

v. 2002. Socio-Economic Aspects of Halba Tribe. Bulletin of Tribal Research Institute, XXIX (182) : 80-86.

vi. 1999, Impact of Displacement. Bulletin of Tribal Research Institute, XXVIII (1) : 71-77.

vii. 2004. Movements among the Gonds of Chhattisgarh. Man and Life, 30 (3 & 4) : 107-110.

viii. 2005. Religious beliefs and practices of Halba Tribe. Vanyajati, LIII, (3) : 43-47.

ix. 2007. “An Anthropological study on Tribal Unrest” in : A.N. Sharma (ed.), ‘Anthropology in Human Welfare’, Sarup & Sons, New Delhi.

x. 2009. “Rituals in Halba Festival : A Study in a village of Rajnadgaon, Chhattisgarh”, International Research Journal of Social Science, 2(i) : 47-55.

xi. 2009. “ Herbal Medicine in the ethnomedical practices among the gond of Chhattisgarh” in : S.C. Tiwari(ed.), ‘Ethnoforestry of India,’ Bishan Singh Mahendra Pal Singh, Dehradun.

xii. 1999. “Impact of Displacement on Tribal Economy” in : Govt. N. S. PG. College Seminar Proceeding on ‘Tribal Economy : problems and Prospects’, Sponsored by UGC.

xiii. 2011. झारखंड आंदोलन और संताल जनजाति - The Journalist, 3(3) : 80-89.

xiv. 2012. जनजातीय पारम्परिक स्वशासी व्यवस्था एवं पंचायती राज - The Journalist, 4(4) : 90-94.

xv. 2013. Health Determinants of Baiga : A Particularly Vulnerable Tribal group in Central India. Asian Academic Research Journal of Social Sciences & Humanities, 1(9) : 46-55.

xvi. 2012 “Concept of disease and its treatment among the Gonds” in : A. N. Sharma (ed.), ‘Anthropology in Contemporary Societies’, Sarup Book Publishers, New Delhi.

xvii. 2012. “Human Rights and Right to Health : An Indian Scenario” in : A.N. Sharma (ed.), ‘Anthropology in Contemporary Societies, Sarup book Publishers, New Delhi.

xviii. 2013. cky&vijk/k] vijk/k ds leku gh laosnu”khy % infpUg 3(4) : 17-20.

xix. 2014. “औपचारिक शिक्षा पध्दति और आदिवासी समाज”, In Mukerjee & Mollick (ed.), मध्य भारत के आदिवासी: समस्याएँ एवं संभावनाएँष्ए,  K.K. Publication, New Delhi.

xx. 2014. “जनजातीय समाज और बाल-अपराध”, In Mukerjee & Mollick (ed.), ‘मध्यभारत के आदिवासी: समस्याएँ एवं संभावनाएँ’, K.K. Publication, New Delhi.

xxi. 2014 “झारखंड आन्दोलन: एक सांस्कृतिक-राजनीतिक पुनर्जागरण”, In Mukerjee & Mollick (ed.), ‘मध्य भारत के आदिवासी: समस्याएँ एवं संभावनाएँ’. K.K. Publication, New Delhi.

xxii. 2014. “देशज समुदाय, पारिस्थितिकी और विकास का वैचारिक संकट”, In Mukerjee & Mollick (ed.), ‘मध्य भारत के आदिवासी: समस्याएँ एवं संभावनाएँ’. K.K. Publication, New Delhi.

Xxiii. 2014. “पारिस्थितिकी, विकास और आदिवासी स्वशासन: एक सैध्दांतिक दृष्टि”, In Mukerjee & Mollick (ed.), ‘मध्य भारत के आदिवासी: समस्याएँ एवं संभावनाएँ.’ K.K. Publication, New Delhi.

xxiv. 2014. “Tribal Rights Over Forest and land”, In Mukherjee & Mollick (ed.), ‘Tribal People of Central India : Problems and Prospects’. K.K. Publication, New Delhi.

xxv. 2014 “ Changing Gond Identity : A Study among the Gonds of Wardha District”, In Mukherjee & Mollick (ed.), ‘Tribal People of Central India : Problems and Prospects’. K.K. Publication, New Delhi.

xxvi. 2014. “Ethnicity, Social Injustice and Revivalist Movement by the Gonds in Central India : Past Trend and Future Perspective’, In Mukherjee & Mollick (ed.), ‘Tribal People of Central India : Problems and Prospects’. K.K. Publication, New Delhi.

xxvii. 2014. “ Forest and Tribal Economy”, In Mukherjee & Mollick (ed.), ‘Tribal People of Central India : Problems and Prospects’. K.K. Publication, New Delhi.

xxviii. 2014., “The Health Status of a particularly Venerable Tribal group : The Baiga of Bilaspur”, In Mukherjee & Mollick (ed.), ‘Tribal People of Central India : Problems and Prospects’. K.K. Publication, New Delhi.

xxix. 2015.  Tribai Rights on Land : Policy,  practices and perspective, 1(1): 51-61.

.xxx.  2015. “Maoist Violence, Anti-Naxal Movement and Tribal Right:       Understanding the Tribal Situation of Chhattisgarh”, in Mukherjee and       Mollick (ed.), ‘Tribal Unrest in Central India: Causes, Challenges and Possibilities. K.K. Publication, New Delhi.

xxxi.  2015. “भूमंडलीकरण, इको-टूरिज़म और आदिवासी असंतोष” in Mollick and Mukherjee (ed.), आदिवासी अशांति: कारण, चुनौतियाँ एवं संभावनाएं, के. के. पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली .

xxxii. 2015. “बस्तर में जनजातीय असंतोष: कारण और चुनौतियाँ” in Mollick and Mukherjee (ed.), आदिवासी अशांति: कारण, चुनौतियाँ एवं संभावनाएं, के. के. पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली .

xxxiii. 2015. “विस्थापन, वैश्वीकरण और आदिवासी असंतोष” in Mollick and Mukherjee (ed.), आदिवासी अशांति: कारण, चुनौतियाँ एवं संभावनाएं, के. के. पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली .

xxxiv. 2015. मेलघाट का अनमेल, समयान्तर, 46 (6):35-38.

xxxv. 2016. Conservation, Displacement and Tribal Right: An Anthropological Study on tribal issue in Achanakmar Tiger Reserve, Indian Journal of Anthropology, 2(1):45-51.

xxxvi. 2016. Critical perspective on Ethnographic Study, Asian Man, 10(1).

xxxvii.-(2018). ‘Displacement and Tribal Rights: A Study on Forest Dwellers in Melghat Tiger Reserve’ in Development, Displacement and Tribal Life (Ed. Mollick), 52-65, New Delhi: K.K. Publication

 

Books Published:-

1. 2014 Tribal People of Central India: Problems and Prospects. K.K. Publication, New Delhi

2. 2014 मध्य भारत के आदिवासी समस्याएं एवं संभावनाए, K.K. Publication, New Delhi.

3. 2015. आदिवासी अशांति: कारण, चुनौतियाँ एवं संभावनाएं, K.K. Publication, New Delhi.

4. 2016. Tribal unrest in Central India : Causes, Challenges and Possibilities, K.K. Publication, New Delhi.

5.-(2018). ‘Development, Displacement and Tribal Life’  (Ed. Mollick), New Delhi: K.K. Publication

 

 

सम्मेलन और अध्ययन गोष्ठी का आयोजन

संगोष्ठी संयोजक-

1. मध्य भारत के आदिवासी: समस्याएँ एवं संभावनाएं, (2012).

2. मध्य भारत के आदिवासी अशांति: कारण, चुनौतियाँ एवं संभावनाएं, (2013).

3. विस्थापन, पर्यावरण और आदिवासी जीवन: मानवाधिकार के परिप्रेक्ष्य में (2016).

Organizing Secratary of the seminar/ Workshop/Refresher course:-

1. Refresher course in Anthropology and Sociology held on Dcember, 2003 organized by Department of Anthrpology and Tribal Development, GGDU, Bilaspur.

2. Workshop on Tribal Self-rule held on 14-15 September,2004 organized by Department of Anthrpology and Tribal Development, GGDU, Bilaspur.

3. National Seminar on empowerment of Women held on 27-28 October, 2005 organized by Department of Anthrpology and Tribal Development, GGDU, Bilaspur.

4. Regional Seminar on Intersection of Religious and Social Upliftment of Harizans in Central India held on 3rd August 2006. organized by Department of Anthrpology and Tribal Development, GGDU, Bilaspur.

4. National Seminar on Tribal Situation in Middle India: Development and Vision held on11-12 October, 2007 organized by Department of Anthrpology and Tribal Development, GGDU, Bilaspur.

 

अधिवेशन/संगोष्‍ठी में प्रस्‍तुति (संगोष्‍ठी का शीर्षक, स्‍थान, तिथि तथा प्रस्‍तुति का शीर्षक)

 

  1. Workshop on “Tribal Self Rule” jointly organized by Deptt. Of Anthropology, G. G. University and XIDAS, on 14th & 15th Sept, 2004.
  2. Paper entitled “Self Sufficiency of Gond Women”, presented to National Seminar on ‘Women Empowerment’, organized by deptt. Of Anthropology, G.G. University and IGRMS, held on 27-28 October, 2005.
  3. Paper on “Forest and Tribals : Few Consideration” presented to the National Seminar organized by the Department of Forestry, G. G. University; held on 30-31 Jan., 2006.
  4. Paper entitled “An Anthropological study on Tribal Unrest” presented to National Seminar on ‘Role of Anthropology’, organized by deptt. Of Anthropology, H.S. Gour University, Sagar, held on 16-17 Feb; 2006.
  5. Paper entitled “The concept of disease and its treatment” presented to National Seminar on “Contribution of Anthropology to Contemporary Society” organized by the Department of Anthropology, H.S. Gour University, held on 15-16 July, 2007.
  6. Paper entitled “Forest and Baiga Economy” presented to International Seminar on “humanity and Applied Social Science” organized by The Institute of Social Research and Applied Anthropology, held on 7-9 Dec, 2008.
  7. Paper entitled “Tribal Economy : Retrospect and Prospect with Special reference to the tribals of Achanakmar Wildlife Sancturay” presented to National Seminar on ‘Tribal Economy’ organized by Rajiv Gandhi Chair in Contemporary Studies, Barkatullah University, held on 11-12 Feb, 2009.
  8. Paper entitled “Tribal Rights and wild life Conservation : a study on the Tribal of Achanakmar Wildlife Sanctuary” Presented to National Seminar on “Human Genomica and Cultural Diversity” organized by SOS in Anthropology, Pt. Ravishankar University, held on 2-4 March, 2009.
  9. Paper entitled “Fertility and Mortality Trends among the Baiga of Chhattisgarh” Presented to Workshop on ‘Tribal Health : Status, Challenges and Possibilies’,  organized by Tribal Research and Development Institute and School of Good Governance & Policy Analysis, held on 17-18 Dec., 2009.
  10. Paper entitled “Museum specimens: Needs for Ethnic perception” presented to International congress of Anthropological and Ethnological Science held on July 26- Aug. 1, 1998.
  11. Paper on “Ethnicity and Autonamy : Gonds of Madhya Pradesh” Presented to 12th  M.P.  young scientist congress organized by M.P. Council of science & Technology and G. G. University held on Feb 28- March 2, 1997.
  12. Paper on “Displacement and Rehabilitation” presented to 13th M.P. young scientist congress organized by M.P. Council of Science and Technology and jiwaji university held on March 20-22, 1998.
  13. Paper on “Impact of Displacement on Tribal Economy” presented to 15th M.P. young scientist congress organized by M. P. Council of Science and Technology and Rejeev Gandhi Pradyogiki Vishwavidyalaya held on 29-30 July, 2000.
  14. Paper on “Economic Equality Gandhian Approach” presented to National Seminar on ‘Economic Equality-Gandhian Philosophy’ organized by Guru Ghasidas University on 07-08 Oct, 1995.
  15. Paper entitled on “Anthropological Approach for Museum” presented to workshop on ‘Anthropology & Museum’ organized by IGRMS, Bhopal in 25-26 Oct, 2010.
  16. Paper entitled on “Displacement and wild life conservation: study of a Tiger Reserve Affected Tribal community” presented to International seminar on  ‘Displacement and Rehabilitation solution for the future’organized by NIT, Rourkella on 13-14 Nov, 2010.
  17. Paper on “Facts about the health status among the Baiga of Chhattisgarh” Presented to the National Seminar on ‘Tribal Health in central India : Issues and Challenges’ organized by Department of Anthropology , Bastar vishwavidyalaya held on Sep 15-16, 2011.
  18. Paper on “Conservation and Issues of Tribal Right on Forest” presented to the National Seminar on ‘Indian Tribes: contemporary Issues’ organized by Department of Anthropology, Vinoba Bhave University held on 16-17 Nov, 2011.
  19. Paper on “Tribal Right over Forest” presented to the National Seminar on ‘Forest, Environment and climate change : Issues and Challenges’ organized by Department of Forestry, Guru Ghasidas Vishwavidyalaya held on 30-31 Jan, 2012.
  20.       Paper on “Jute industry in India : Problems and Challenges” presented to the National seminar on ‘Management Encounters, New Challenges for Globalization’ organized by Chouksey college, Bilaspur held on 26th Feb, 2012
  21. Paper on “Tribal Right : A Critical Review” presented to the National Seminar on ‘Strategy for Regional Sustainable Development and Inclusive Growth’ organized by School of Regional studies and research pt. Ravishankar shukla university held on  26-28 March, 2012.
  22. Paper on “Tribal Right over land and Forest” presented to the International conference on ‘Mega, Urbanisation and Human Rights : Emerging challenges and opportunities’ organized by Department of Anthropology, West Bengal University, held on Feb, 14-16, 2011.
  23. Paper on “A study on knowledge and practices regarding reproductive health” presented to the National Seminar on : भारत की अनुसूचित जनजातियां (कल, आज और कल) organized by Mass com. Department, Kusabhai Thakre Vishwavidyalaya, held on 24-25 April, 2010.
  24. Papers entitled “Tribal Rights : Issues and Concerns” presented to International seminar on “Integrated Natural Resources Management : Issues, Challenges and Perspective” organized by School of Regional Studies and Research, Ravishankar University, Raipur.
  25. Paper presented to National Seminar on Tribal Society in the context to Globalization organized by department of Sociology, Govt. Niranjan Kesharwani college, Kota. 
  26. Lecture on Comparative Method: An Approach to study the Society delivered to National Workshop on Social Science Research Methodology organized by MGFGCPS, MGAHAV, Wardha.
  27. Chaired the session on ‘Spiritualism, Media and Social Change’ of the National Seminar on ‘Spiritualism, Media and Social Change’ organized by Department of Media Studies, MGAHV, Wardha held on 28-30 July, 2015. 
  28. Chaired the session on ‘Spiritualism, Media and Social Change’ of the National Seminar on ‘Spiritualism, Media and Social change’ organized by Department of Media Studies, MGAHV, Wardha held on 18-20 Jan, 2016. 
  29. Speaker and Panelist of the workshop on “FRA, 2006- Its Implication” Organized by Ministry of Tribal Affairs, New Delhi held on 27th October, 2016.
  30. Participated in the National Tribal Carnival organized by Ministry of Tribal Affairs, New Delhi held on 26-28 October, 2016
  31. Delivered Keynote in a session of the National Seminar on ‘Relevance of Medical Anthropology and Tribal Health Care System in the Globalizing World’ organized by School of Studies in Anthropology, Pt. Ravishankar University and SIMA.(16-18 March, 2018).
अनुसन्धान परियोजना

सम्पन्न- 3

शोध परियोजनाएं-

  1. Cultural context and environmental dimension of Baiga health- CGCOST, Chhattishgarh
  2. Health status among the Baiga-  Ministry of Tribal Affairs, New Delhi
  3. Wild life conservation and issues of tribal right- University Grants Commission, New Delhi

जारी-01

  1. ICSSR sponsored Research Programme on ‘Diversities of Identity: “Imagined India” among young generation of Indian Diaspora’.
पुरस्कार

एम. पी. युवा वैज्ञानिक सम्मान

व्यावसायिक संगठनों के साथ एसोसिएशन

आईएनसीएए, इंडियन जर्नल ऑफ रिसर्च इन एंथ्रोपोलाजी

अतिरिक्त गतिविधि