विश्वविद्यालय का उद्देश्य
हिंदी विश्व की सबसे प्रमुख भाषाओं में से एक है। भारत एवं विश्व के दूसरे देशों में इसे बोलने और समझने वालों की संख्या बहुत बड़ी है। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की स्थापना के उद्देश्यों के संबंध में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के 'अधिनियम' के अनुच्छेद-4 में इस प्रकार स्पष्टत: अभिकथित है-
"विश्वविद्यालय का उद्देश्य साधारणत: हिंदी भाषा और साहित्य का संवर्धन और विकास करना और उस प्रयोजन के लिए विद्या की सुसंगत शाखाओं में शिक्षण और अनुसंधान की सुविधाएं प्रदान करना; हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में तुलनात्मक अध्ययनों और अनुसंधान के सक्रिय अनुसरण के लिए व्यवस्था करना; देश और विदेश में सुसंगत सूचना के विकास और प्रसारण के लिए सुविधाएं प्रदान करना; हिंदी की प्रकार्यात्मक प्रभावशीलता में सुधार करने के लिए अनुवाद, निर्वचन और भाषा विज्ञान आदि जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण के कार्यक्रमों की व्यवस्था करना; विदेशों में हिंदी में अभिरुचि रखने वाले हिंदी विद्वानों और समूहों तक पहुँचना और विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए उन्हें सहबद्ध करना; और दूर शिक्षा पद्धति के माध्यम से हिंदी को लोकप्रिय बनाना, होगा।"