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पूरा नाम (हिंदी में) | प्रो. कृष्ण कुमार सिंह   |
पूरा नाम (अग्रेजी में) | KRISHNA KUMAR SINGH |
पिता/पति का नाम | स्व. श्री जगन्नाथ प्रसाद सिंह |
माता का नाम | स्व. श्रीमती रामसिंगारी देवी |
जन्म तिथि | 05/02/1960 |
पदनाम | प्रोफेसर |
पता/ सम्पर्क |
कार्यालयी पता :
हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग
साहित्य विद्यापीठ
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय
पोस्ट- हिंदी विश्वविद्यालय, गांधी हिल्स, वर्धा- 442001 (महाराष्ट्र) भारत
आवासीय पता :
T5/A-1, प्रोफेसर कॉलोनी, विश्वविद्यालय परिसर
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय
पोस्ट- हिंदी विश्वविद्यालय, गांधी हिल्स, वर्धा- 442001 (महाराष्ट्र) भारत
स्थायी पता :
ग्राम - नरसंडी, पोस्ट - पकरिया (शंभुगंज)
जिला - बाँका, बिहार
पिन कोड – 813211
07152232974 (off) (res)
kks5260@gmail.com |
वेब पृष्ठ | http://hindivishwa.org/facultyInfo.aspx?empno=1324 |
विभाग | तुलनात्मक साहित्य विभाग |
वेतन विवरण | |
शैक्षिक योग्यता |
बी.ए.-ऑनर्स (स्वर्णपदक प्राप्त), भागलपुर विश्वविद्यालय, भगलपुर
एम.ए. (स्वर्णपदक प्राप्त), भागलपुर विश्वविद्यालय, भगलपुर
एम.फिल. (स्वर्णपदक प्राप्त), हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद
पी-एच. डी. हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद
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कैरियर प्रोफाइल |
पद |
संस्था |
विश्वविद्यालय |
अवधि |
प्रवक्ता |
श्री मु. म. टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बलिया, उत्तर प्रदेश |
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर |
20/05/1996 से 19/05/2005 |
रीडर |
श्री मु. म. टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बलिया, उत्तर प्रदेश |
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर |
20/05/2005 से 30/062010 |
प्रोफेसर |
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा |
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा |
01/07/2010 से |
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प्रशासनिक अनुभव |
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पूर्व अध्यक्ष : हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग, म.गां.अं.हिं.वि.,वर्धा
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पूर्व कार्यकारी कुलसचिव : म.गां.अं.हिं.वि.,वर्धा
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पूर्व प्रभारी : दूरस्थ शिक्षा निदेशालय,म.गां.अं.हिं.वि.,वर्धा
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पूर्व निदेशक : हिंदी शिक्षण अधिगम केंद्र, म.गां.अं.हिं.वि.,वर्धा
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सदस्य : कार्य परिषद् एवं विद्या परिषद् म.गां.अं.हिं.वि.,वर्धा
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सदस्य : स्कूल बोर्ड, साहित्य विद्यापीठ, म.गां.अं.हिं.वि.,वर्धा
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सदस्य : अध्ययन मंडल, हिंदी एवं तु.सा.विभाग
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विशेषज्ञता |
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मध्यकालीन हिंदी भक्ति साहित्य
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आधुनिक हिंदी आलोचना
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पढाया गया विषय |
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हिंदी साहित्य
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तुलनात्मक भारतीय साहित्य
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शोध मार्गदर्शक |
पी-एच.डी.
उपाधि प्राप्त :
अरविंद यादव (2015) विभाजन के बाद भारतीय उपमहाद्वीप में बदलते हिंदू-मुस्लिम रिश्ते
चाओ वाई (2016) प्रेमचंद और लू शुन की कहानियों में सामाजिक यथार्थ
अंकिता (2017) आदिवासी जीवन पर केंद्रित उपन्यासों में प्रतिरोध
प्रकाश चंद्र (2017) नव सामाजिक आंदोलन और 1990 के बाद के हिंदी उयान्यास
पेतॅर शागि (2017) ममता कालिया के कथा साहित्य में स्त्री एवं सामाजिक प्रसंग
संजीव कुमार झा (2018) सांस्कृतिक वर्चस्व की चुनौतियाँ और हिंदी उपन्यास (आदिवासी समाज के विशेष संदर्भ में)
संजीव कुमार (2018) सामाजिक आंदोलन और ‘हंस’ (1990-2000)
प्रेम प्रकाश यादव (2019) नयी कविता के गैर मार्क्सवादी आलोचक
दयानिधि पाठक (2019) शेखर जोशी की कहानियों का समाजशास्त्रीय अध्ययन
यदुवंश यादव (2020) हिंदी औपन्यासिक आलोचना (1980-2010 के बीच के उपन्यास के संदर्भ में)
शोधरत :
कमलेश यादव (2013) भारतेंदु युगीन हिंदी नवजागरण में धर्म का प्रश्न (विपंजीकृत)
गरिमा (2014) भोजपुरी लोकगीतों में परिवार (विपंजीकृत)
आलोक कुमार पाण्डेय (2016) संतकाव्य और हिंदी आलोचना
विभा मलिक (2017) हिंदी कविता में संवेदना और शिल्प का बदलता स्वरूप
कौशिकी सिंह (2018) मैथिलीशरण गुप्त के महाकाव्य में महात्मा गांधी का अभिग्रहण
आशीष कुमार (2019) हिंदी ग़ज़ल का बदलता स्वरूप (संदर्भ 1990-2010)
नवनीत कुमार (2019) बिहार की हिंदी कविता का प्रवृत्तिपरक अध्ययन (संदर्भ 20वीं सदी का तीसरा, चौथा दशक)
हरिकेश (2019) 21वीं शताब्दी की हिंदी कविता में गाँव : समाजशास्त्रीय अध्ययन
एम.फिल.
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प्रकाशन वर्णन |
आलेख
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(जुलाई-अगस्त 2021) द्विवेदी की लोकवादी साहित्य दृष्टि समकालीन भारतीय साहित्य, नई दिल्ली, आईएसएसएन : 0970-8367
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(जनवरी-जून 2021) तुलसीदास का काव्य सौष्ठव पक्षांतर, नई दिल्ली
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(अंक – 16, 2021) मैला आँचल : किसान चेतना का दस्तावेज़ माटी, बाँदा, आईएसएसएन : 2320-3021
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(जुलाई-सितंबर 2020) अंधेरे में : चिंतन के आयाम विश्वभारती पत्रिका, शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगाल, आईएसएसएन : 2348-4977
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(जनवरी-जून 2020) सृजनात्मक ऊर्जा की ईमानदार अभिव्यक्ति चौपाल, एटा, आईएसएसएन :2348-3466
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(2018) संत काव्य : जन चेतना का साहित्यिक रूपांतरण मानव, दिल्ली, आईएसएसएन : 2347-6591
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(जनवरी-फरवरी 2018) जयशंकर प्रसाद : किया मूक को मुखर पुस्तक-वार्ता, वर्धा, आईएसएसएन : 2349-1809
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(सितंबर-अक्तूबर 2017) ठोकरों से उपजा सूरज (समीक्षा) समकालीन भारतीय साहित्य, नई दिल्ली, आईएसएसएन : 0970-8367
पुस्तक में अध्याय
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गांधी की भाषा दृष्टि गांधी की उपस्थिति : विविध वितान 2021, आईएसबीएन : 978-93-90381-12-8
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तुलनात्मक भारतीय साहित्य (संयुक्त लेखन) राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 क्रियान्वयन के सूत्र 2021, आईएसबीएन : 978-93-90381-11-1
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भारतीय भाषाओं की सांस्कृतिक सम्पदा का संरक्षण राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एक सिंहावलोकन 2020, आईएसबीएन : 978-93-90381-01-2
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चंदू मैंने सपना देखा : मानवीय चेतना की अभिव्यक्ति नागार्जुन 2018, आईएसबीएन : 978-93-81480-82-3
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समकालीन कविता का यथार्थ : वैश्वीकरण का संदर्भ सामयिक साहित्य : चिंतन और चुनौतियाँ 2015, आईएसबीएन : 978-93-83682-91-1
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संत काव्य में सामंत-विरोधी चेतना भक्ति आंदोलन : इतिहास और संस्कृति 1995.
पुस्तकें
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प्रेमचंद : जीवन दृष्टि और संवेदना (सह संपादन) 2021, नयी किताब, दिल्ली
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हिंदी के नामवर (सह संपादन) 2016, अनन्या प्रकाशन, नई दिल्ली, आईएसबीएन : 978-93-85450-65-5
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उपन्यास, लोकतन्त्र और सांप्रदायिकता (सह संपादन) 2015, साहित्य भंडार, इलाहाबाद, आईएसबीएन : 978-81-7779-427-7
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मध्यकालीन कृषक और कबीर (पुस्तिका) 1992, मध्य प्रदेश प्रगतिशील लेखक संघ, भोपाल
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संत काव्य के विकास में वर्ण, जाति एवं वर्ग की भूमिका साहित्य भंडार, इलाहाबाद, 1989
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सम्मेलन और अध्ययन गोष्ठी का आयोजन |
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(19-21 फरवरी 2018) हिंदी विभाग, महिला महाविद्यालय, मालवीय मूल्य अनुसंधान केंद्र, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ एवं महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा द्वारा आचार्य शिवपूजन सहाय और राहुल सांकृत्यायन : हिंदी नवजागरण के परिप्रेक्ष्य में विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का संयोजन ।
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(07-09 दिसंबर 2017) साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली और हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा द्वारा सांस्कृतिक संवेदना और सर्जनात्मकता : भारतीय साहित्य की उभरती प्रवृत्तियाँ विषयक त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का संयोजन ।
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(04 अप्रैल 2017) हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा द्वारा स्मरण : अज्ञेय विषयक कार्यक्रम का आयोजन ।
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(24-25 मार्च 2017) महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा द्वारा हिंदी कविता के बदले तेवर : मुक्तिबोध और शमशेर विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का संयोजन ।
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(11-12 नवंबर 2016) महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा और भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आचार्य रामचंद्र शुक्ल के चिंतन में मनोविमर्श विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का संयोजन ।
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अनुसन्धान परियोजना | |
पुरस्कार | |
व्यावसायिक संगठनों के साथ एसोसिएशन |
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पूर्व सदस्य : अध्ययन मण्डल, हिंदी विभाग, सिक्किम विश्वविद्यालय, गंगटोक
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पूर्व सदस्य : अध्ययन मण्डल, हिंदी विभाग, पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय, शिलांग
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सदस्य : अध्ययन मण्डल, पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पुद्दुचेरी
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सदस्य : अध्ययन मण्डल, प्रताप कॉलेज (स्वायत्त), अमलनेर, महाराष्ट्र
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आजीवन सदस्य, भारतीय हिंदी परिषद, इलाहाबाद
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अतिरिक्त गतिविधि |
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(06-07 फरवरी, 2020) दादू अध्ययन प्रकोष्ठ और हिंदी विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर द्वारा आयोजित मध्यकालीन संत साहित्य और दादू वाणी की प्रासंगिकता विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बीज वक्तव्य।
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(23-24 जनवरी, 2020) गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग, म.गां.अं.हिं.वि. वर्धा एवं गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में गाँधी और भारतीय भाषाएँ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता।
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(26-27 अगस्त, 2019) साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली द्वारा आयोजित ‘ललित निबंध : स्वरूप एवं परंपरा’ विषयक दो दिवसीय संगोष्ठी में ललित निबंध : स्वरूप एवं परंपरा विषय पर व्याख्यान ।
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(23-24 मार्च, 2018) हिंदी विभाग, विश्वभारती शांति निकेतन द्वारा आयोजित ‘छायावाद : संस्मृति एवं पुनर्मूल्यांकन’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में ‘महादेवी के काव्य का पुनर्मूल्यांकन’ विषय पर व्याख्यान ।
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(02 फरवरी, 2018) हिंदी विभाग, इंदिरा गंधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय, अमरकंटक में ‘वर्तमान समय में संत साहित्य की प्रासंगिकता’ विषय पर विशेष व्यायान ।
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(23 जनवरी, 2018) हिंदी विभाग,यशवंत महाविद्यालय, वर्धा में ‘साहित्य की प्रासंगिकता’ विषय पर मुख्य व्याख्यान।
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(12 दिसंबर, 2017) स्त्री अध्ययन विभाग, म.गां.अं.हिं.वि.,वर्धा द्वारा आयोजित ‘महाभारत में जाति’ विषयक संगोष्ठी में अध्यक्षीय व्याख्यान ।
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