प्रकाशन वर्णन |
प्रकाशन :
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‘बाल मन के चितेरे सूरदास’, ‘सूर सौरभ’ जुलाई-सितम्बर 1999, सूर स्मारक मंडल, (तमिलनाडु शाखा), चेन्नै
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‘सूर सागर’ में संस्कार वर्णन, ‘सूर सौरभ’ अक्टूबर-दिसम्बर 1999, सूर स्मारक मंडल, (तमिलनाडु शाखा), चेन्नै
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‘प्रसाद जी की भाषा दृष्टि’, ‘आदान-प्रदान’, जुलाई-सितम्बर 2000, भाषा संगम (तमिलनाडु), चेन्नै
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‘रंगमंच की दृष्टि से जयशंकर प्रसाद के नाटकों पर लगाए गए आक्षेप और उन पर पुनर्विचार, ‘दक्षिण भारत’ जुलाई-सितम्बर 2001, दक्षिण भारत प्रचार सभा, मद्रास
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‘रसखान और कुलशेखर’, सूर सौरभ, अप्रैल-जून 2001, सूर स्मारक मंडल, तमिलनाडु शाखा, चेन्नै
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‘मतिराम का काव्य’, ई.पी.जी.पाठशाला, 14 अक्टूबर 2016, ई.पी.जी.पाठशाला, म.गां.अं.हिं.वि.वर्धा और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली व मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली ।
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‘तमिल साहित्य चिंतन और तोलकाप्पियम’, 06 मई 2017, ई.पी.जी.पाठशाला, म.गां.अं.हिं.वि.वर्धा और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली व मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली.
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अंडाल के साहित्य में ‘नवधा भक्ति’, ‘शोध’ सितंबर-दिसंबर 2017, Vol. -XIV, अंक – 03, पृ. 366-373, ISSN. 0970145.
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बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी जयशंकर प्रसाद , The Equanimist (Journal No. 48457), Jan-Mar 2018, Vol-4, Issue-I, p. 88-92, ISSN. 2395-7464.
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तमिल साहित्य की अद्वितीय कृति ‘तिरुक्कुरल’, ‘पदचिन्ह’ मार्च 2018, अंक – 01, पृ. 3.9, ISSN.2231.1351.
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तुलनात्मक भारतीय साहित्य, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 क्रियान्वयन के सूत्र, (सं.) प्रो. मनोज कुमार एवं प्रो. अनिल कुमार राय. 15 फरवरी, 2021. पृ. 66-75. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा, ISBN. 978-93-90381-11-1.
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महात्मा गांधी और तमिल साहित्य, गांधी की उपस्थिती. (सं.). हनुमानप्रसाद शुक्ल अन्य... 2 अक्टूबर, 2021. पृ. 6-10. ISBN. 978-93-90381-12-8.
प्रकाशित पुस्तके :-
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गांधी चिंतन का महायान कुबेरनाथ राय (सं.) मनोज कुमार यार एवमा रामानुज अस्थाना. (2021). अनन्य प्रकाशन दिल्ली. ISBN. 978-81-951097-0-8.
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तिरुज्ञानसंबंधर स्वामी विरचित तेवारम, सं.-2013, सह-अनुवादक, आलेख प्रकाशन दिल्ली.
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भारतीदासन और तमिलनाट्य परम्परा,सं. 2011, प्रिय साहित्य सदन दिल्ली, ISBN.978-81-88705-35-1
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तमिल शैव भक्तकवि, एक संक्षिप्त परिचय, सं. 2011, प्रिय साहित्य सदन दिल्ली, ISBN. 978-81-88705-36-8
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तमिल संघम साहित्य, प्रिय साहित्य सदन दिल्ली, सं.2011, ISBN. 978-81-88705-35-1.
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तमिल शैव सन्त सुन्दरर् द्वारा विरचित तेवारम (सप्तम तिरुमुरै़), सहअनुवादक, 2007, प्रकाशक-महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा.
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निर्मल विमर्श (संपादन), 2007, प्रकाशक- महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
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तिरुनावक्करसु स्वामी (अप्पर स्वामी) द्वारा विरचित तेवारम, सं.-2008. सह अनुवादक, नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना.
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