निःशस्त्र अहिंसा की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वश्रेष्ठ होगी।

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Participate in Anti-Ragging Confidential Youth Survey



वाणिज्‍य एवं प्रबंधन विभाग (सत्र : 2021-22) के शोधार्थियों की DRMC की बैठक के संबंध में।



पी-एच.डी. शोधार्थी श्री प्रेमकुमार नाईक की शोध पूर्व-प्रस्‍तुति के संबंध में।

शोधार्थी श्री अंकित कुमार पाण्‍डेय की पी-एच.डी. खुली मौखिकी के संबंध में।



संविधान में है हर चुनौ‍ती का समाधान विशेष पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटील का वक्‍तव्‍य



रणनीतिक संचार में रोजगार की अपार संभावनाएं : प्रो. प्रमोद कुमार



शोधार्थी सुश्री रीता अनिल कुमार को पी-एच.डी. उपाधि प्रदान किए जाने के संबंध में।

शोधार्थी श्री दीपक को पी-एच.डी. उपाधि प्रदान किए जाने के संबंध में।



शोध एवं प्रकाशन नैतिकता विषय पर लघुअवधि ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में।

शोध एवं प्रकाशन नैतिकता (आवेदन हेतु लिंक)


कुलसचिव और वित्ताधिकारी पद हेतु रोजगार सूचना


कुलसचिव और वित्ताधिकारी पद हेतु रोजगार सूचना 



श्री शशशिरि सुवर्णदिव्य, पी-एच.डी. शोधार्थी को शोध प्रबंध जमा करने की अवधि 03 दिसंबर 2025 तक बढ़ाए जाने के संबंध में।



कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की शिष्टाचार मुलाकात



हिंदी विश्वविद्यालय ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत येळाकेळी व रोठा में की ग्राम सभाएं



सरदार वल्‍लभभाई पटेल के जन्‍म दिवस पर हिंदी विश्‍वविद्यालय ने ली राष्‍ट्रीय एकता की शपथ



कंप्यूटर अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर (MCA) (सत्र : 2022-24) तृतीय सेमेस्‍टर (पूरक)

कंप्यूटर अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर (MCA) (सत्र : 2022-24) चतुर्थ एवं सकल सेमेस्‍टर (पूरक)



राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) द्वारा आयोजित कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताओं के संबंध में।



डॉ. के. बालराजु, एसोशिएट प्रोफेसर को जनसूचना अधिकारी नियुक्‍त किये जाने के संबंध में।



शोधार्थी श्री गोपाल कुमार साहू को पी-एच.डी. उपाधि प्रदान किए जाने के संबंध में।

शोधार्थी सुश्री पूजा कुमारी शाह को पी-एच.डी. उपाधि प्रदान किए जाने के संबंध में।



शिक्षा विभाग (सत्र : 2020-21) के शोधार्थी श्री पिन्‍टू कुमार की पी-एच.डी. मौखिकी के संबंध में।



समय सारणी (सत्र : 2025-27) : एम.ए. मराठी (प्रथम छमाही) रिद्धपुर केंद्र



मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (MMTTC) में अस्‍थायी नियुक्ति हेतु रोज़गार सूचना।



एम.ए. इतिहास (सत्र : 2023-25) चतुर्थ एवं सकल सेमेस्‍टर (पुनर्मूल्यांकन)



अनुवाद अध्ययन में चार वर्षीय स्नातक (सत्र : 2022-26) तृतीय सेमेस्‍टर (पूरक)

अनुवाद अध्ययन में चार वर्षीय स्नातक (सत्र : 2022-26) षष्ठ एवं सकल सेमेस्‍टर (पुनर्मूल्यांकन)



विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर सूचनाओं को अपलोड करने के लिए 'Content Federation System' के माध्यम से ही सूचनाओं को भेजने के संबंध में।



बी.एड.-एम.एड.(एकीकृत) (सत्र : 2024-27) द्वितीय सेमेस्‍टर (पुनर्मूल्यांकन)



हिंदी विश्‍वविद्यालय में डॉ. उमेश कुमार सिंह को दी श्रद्धांजलि

हिंदी विश्वविद्यालय में प्राचार्य भूषण भावे निवासी लेखक के रूप में नियुक्‍त



जापानी में स्नातक (सत्र : 2022-26) षष्ठ एवं सकल सेमेस्‍टर



विभिन्‍न शैक्षणिक पदों हेतु प्रकाशित विज्ञापन (क्रमांक MGAHV/16/2025, दिनांक 09.10.2025) के संबंध में शुद्धिपत्र।

विज्ञापन संख्‍या Advt.No.MGAHV/16/2025 दिनांक 09.10.2025 के संबंध में।

विज्ञापन संख्‍या Advt.No.MGAHV/16/2025 दिनांक 09.10.2025 के संबंध में दिशानिर्देश।

विज्ञापन संख्‍या Advt.No.MGAHV/16/2025 दिनांक 09.10.2025 का आवेदन लिंक।





हिंदी विश्वविद्यालय के एम.एड. पाठ्यक्रम के छात्रों का स्वावलंबी शिक्षक प्रशिक्षक संस्थान में शैक्षिक भ्रमण ।



निष्‍ठा, संकल्‍प से हिंदी में करें काम : प्रो. कुमुद शर्मा।



विश्वविद्यालय द्वारा जारी प्रमाणपत्रों के सत्यापन हेतु शुल्क संबंधी अधिसूचना ।

पूर्व वर्ष के दोनों सेमेस्टरों में उत्तीर्णता संबंधी अधिसूचना ।


अंतर जिला युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का हुआ समापन


अंतर जिला युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का हुआ समापन।



विश्वविद्यालय में वर्ष 2025 हेतु राजपत्रित एवं वैकल्पिक अवकाश संबंधी परिपत्र।


हिंदी शिक्षण अधिगम केंद्र

निदेशक का संदेश

विश्वविद्यालय में हिंदी शिक्षण अधिगम केंद्र की स्थापना हिंदी को अधिकाधिक उपयोगी एवं प्रासंगिक बनाने और उसके संवर्धन व विकास हेतु विविध आयामी कार्यक्रमों तथा उपक्रमों को संचालित करने के लिए की गई है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय भाषा के साथ ही अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में हिंदी की भूमिका को प्रकाशित करने एवं प्रवासी भारतीयों के बीच अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में हिंदी को विकसित करना भी है। संसार के प्रत्येक भू-भाग में रहने वाले भारतवंशी अपनी साझी विरासत की भाषा के रूप में हिंदी के महत्व को स्वीकार करते हुए उसे उपयुक्त एवं प्रासंगिक बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प हो सकें, केंद्र इस दिशा में भी सार्थक प्रयास हेतु संकल्पबद्ध है।

भारत के लिए हिंदी मात्र एक भाषा न होकर उसकी अस्मिता की पहचान है, जड़ों से जुड़ने की सार्थक कोशिश है। हिंदी भाषा के प्रति देश में अनन्य आकर्षण है। विविध-आयामी संस्थाओं, विद्यालयों, परिषदों, आयोगों, संघों, धार्मिक प्रतिष्ठानों, न्यायालयों, अस्पतालों आदि में हिंदी के नियमित प्रयोग को प्रोत्साहन देना हमारा अभीष्ट है। संपूर्ण देश में हिंदी सिनेमा, गीतों-गजलों व भजनों आदि का हिंदी में प्रयोग-उपयोग इसका प्रमाण है।

हिंदी के प्रचार-प्रसार, विकास व सम्मान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हिंदी सेवियों की एक लंबी सूची है, जो संपूर्ण विश्व में हिंदी को समृद्ध करने में लगे हैं। हिंदी को विश्व भाषा बनाने में उन प्रवासी भारतीयों का प्रमुख योगदान है, जो व्यापार अथवा मजदूरी के लिए दूसरे देशों में गये लेकिन जिन्होंने वहाँ अपनी संस्कृति और भाषा को कभी विस्मृत नहीं होने दिया। इसके अतिरिक्त बहुत सारे विदेशी विद्वानों ने भी हिंदी के संवर्धन एवं विकास में अपना बहुमूल्य योग दिया है। अत: इन सभी तथ्यों के आलोक में कार्यक्रमों की योजना बनाना और तदनुसार उसे क्रियान्वित करना केंद्र का लक्ष्य है, जिसे प्राप्त करने हेतु यह निरंतर अग्रसर है।

केंद्र का उद्देश्य

हिंदी शिक्षण अधिगम केंद्र (TLCHS) के उद्देश्‍य निम्‍नलिखित कार्यक्रमों/ योजनाओं का क्रियान्‍वयन करना है-

  • हिंदी शिक्षण के पाठ्यक्रम/ पाठ्यचर्या संरचना/ रूपरेखा के विकास संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण हेतु पाठ्यक्रम संरचना में प्रतिमानात्‍मक बदलाव के आलोक में मूल्‍यांकन पद्धति के विकास संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण में पाठ्यक्रम ढाँचे/ संरचना के विकास के अनुरूप वैकल्पिक शिक्षा वैज्ञानिक अंत:क्षेपों (Pedagogic interventions) को स्‍पष्‍ट करने संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण हेतु शिक्षण-अधिगम सामग्री के विकास संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण के लिए पाठ्य पुस्‍तक/ पुस्तिका के विकास से संबंधित कार्यक्रम।
  • क्षेत्रीय/ प्रादेशिक भाषाओं में/ से मूलपाठ के अनुवाद हेतु कार्यक्रम।
  • हिंदी तथा भाषा वैज्ञानिक शिक्षण से संबंधित शोध के प्रोत्‍साहन हेतु संसाधनों, संदर्भ सेवा, इलेक्‍ट्रानिक डाटाबेस के भण्‍डारण तथा ई-सामग्री के विकास से संबंधित कार्यक्रम।
  • हिंदी शिक्षण के प्रोत्‍साहन हेतु अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर विश्‍वविद्यालयों, महाविद्यालयों, उच्‍च शिक्षा केंद्रों का संजाल/ समूह विकसित करने संबंधी बहुआयामी कार्यक्रम।
  • हिंदी में पाठ्य पुस्‍तकों के विकास एवं निर्माण संबंधी कार्यक्रम।
  • सृजनात्‍मक लेखन के लिए पाठ्यक्रम निर्माण व विकास संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी एवं कला, हिंदी एवं हिंदी साहित्‍य, हिंदी एवं भारतीय संस्‍कृति के साथ ही अन्‍य विषयों पर शोध संबंधी कार्यक्रम।
  • हिंदी में संदर्भ कोश/ पारिभाषिक कोश/ प्रासंगिक कोश के विकास हेतु कार्यक्रम।